दिल्ली में AB-PMJAY शुरू, लेकिन महंगे अस्पताल नहीं ले रहे रुचि

दिल्ली में AB-PMJAY शुरू, लेकिन महंगे अस्पताल नहीं ले रहे रुचि

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दिल्ली में भाजपा की सरकार बनते ही दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू हो गई। वहीं 70 प्लस बुजुर्गों का योजना के तहत इलाज होना शुरू हो गया, फिर भी महंगे अस्पताल AB-PMJAY (Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana ) से जुड़ने में अपनी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

बता दें कि दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू हो गई। आयुष्मान कार्ड के साथ-साथ 70 प्लस बुजुर्गों के लिए आयुष्मान वय वंदना कार्ड भी बनने शुरू हो गए। अस्पतालों में कैशलेस इलाज मिलना भी शुरू हो गया। लेकिन क्या आप दिल्ली के बड़े अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज करा सकते हैं?

67 आयुष्मान भारत योजना के तहत कैशलेस इलाज दे रहे

दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने से पहले लगभग 93 अस्पताल आयुष्मान योजना के पैनल में थे। ऐसी उम्मीद थी कि आयुष्मान योजना के लागू होते ही इस सूची में काफी ज्यादा बढ़ोतरी होगी, लेकिन ऐसा अब तक नहीं पो पाया।

अभी मात्र 50 से ज्यादा प्राइवेट और 15 सरकारी अस्पताल ही स्टेट हेल्थ अथॉरिटी (SHA) के पैनल से जुड़े हैं। राजधानी दिल्ली के 1000 से ज्यादा छोटे-बड़े अस्पतालों में से मात्र 67 आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कैशलेस इलाज दे रहे हैं।

यहां फंस रहा है पेंच

केंद्र सरकार की इस योजना में 17,440 सरकारी और 14,476 प्राइवेट हॉस्पिटल हैं। वहीं पड़ोसी राज्य यूपी में 5000 से ज्यादा अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड चल रहा है। इसी तरह हरियाणा में 1677, बिहार में 1115 और राजस्थान में 1906 अस्पतालों में फ्री इलाज मिल रहा है। मगर देशभर से आने वाले मरीजों का इलाज करने वाली दिल्ली में यह संख्या 100 भी नहीं पहुंच पा रही है।

महंगे अस्पताल बोल रहे, भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है

राजधानी दिल्ली के बड़े अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत पैकेज से वे संतुष्ट नहीं हैं। उन्हें लगता है कि सरकार की तरफ से जो कीमतें तय की गई हैं, वह बहुत ही कम हैं। खासतौर से बड़े व महंगे अस्पतालों का मानना है कि इस योजना से जुड़ने से उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

कई राज्यों को भुगतान में देरी

योजना के तहत मरीजों को कैशलेस इलाज दे सकते हैं। लेकिन बड़े अस्पतालों का मानना है कि उनके पास जिस तरह की सुविधाएं हैं और एडवांस मेडिकल उपकरण हैं, उसके हिसाब से मौजूदा कीमत पर इलाज करना संभव नहीं है।

संघ ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (AHPI) के निदेशक के खेत्रपाल ने इस मुद्दे को TOI के साथ बातचीत में स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि एडवांस मेडिकल प्रक्रिया के लिए यह पैकेज रेट सही नहीं है। साथ ही कई राज्यों से सरकार की तरफ से भुगतान में भी देरी की शिकायतें आ रही हैं।

1961 मेडिकल प्रक्रियाएं शामिल

राजधानी के सहगल नियो हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर और AHPI के सचिव डॉक्टर नरीन सहगल इस सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेंस प्रोग्राम की अहमियत को समझते हैं। सरकार द्वारा जय पैकेज रेट में संशोधन और समय पर भुगतान के आश्वासन से ज्यादा से ज्यादा अस्पताल इस योजना से जुड़ सकते हैं।

AHPI के हस्तक्षेप और NHA के भरोसे के बावजूद न तो कीमतों में बदलाव हुआ है और न ही समय पर भुगतान हो रहा है। राजधानी दिल्ली में ज्यादा से ज्यादा प्राइवेट अस्पताल नई दिल्ली से ही हैं और उनमें भी आंखों, जनरल सर्जरी, कैंसर और प्रसूति व स्त्री रोग का ही ट्रीटमेंट हो रहा है। जबकि आयुष्मान भारत योजना के तहत 1961 मेडिकल प्रक्रियाएं शामिल हैं।

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