कुवैत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गल्फ स्पिक लेबर कैंप का दौरा किया, भारतीय कामगारों से की मुलाकात

कुवैत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गल्फ स्पिक लेबर कैंप का दौरा किया, भारतीय कामगारों से की मुलाकात


कुवैत
कुवैत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गल्फ स्पिक लेबर कैंप का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय कामगारों से मुलाकात की। PM मोदी ने बातचीत के दौरान कहा,  “जब मैं साल 2047 के विकसित भारत की बात करता हूं, तो मैं ये इसलिए करता हूं क्योंकि मेरे भारतीय भाई, जो अपने घरों से दूर यहां काम कर रहे हैं, भी ये सपना देखते हैं कि उनके गांव में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बने। उनकी महत्वाकांक्षा ही भारत की ताकत है।” उन्होंने कहा,  “मेरे देश के किसान और मजदूर बहुत मेहनत करते हैं। अगर वे 10 घंटे काम कर सकते हैं, तो मुझे 11 घंटे काम करना चाहिए। अगर वे 11 घंटे काम करते हैं, तो मुझे 12 घंटे काम करना चाहिए। आप अपने परिवार के लिए मेहनत करते हैं, और मैं अपने 140 करोड़ देशवासियों के परिवार के लिए मेहनत करता हूं।”   
 
प्रधानमंत्री ने विकास की परिभाषा को समझाते हुए कहा कि सड़कें, हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन तो महत्वपूर्ण हैं, लेकिन गरीबों के घर में शौचालय बनाना भी विकास है। उन्होंने कहा,  “हमने देश में 11 करोड़ शौचालय बनाने का फैसला किया। अब तक 4 करोड़ पक्के मकान बनाए गए हैं, जिनमें करीब 15-16 करोड़ लोग रह रहे हैं। इसके अलावा, नल से जल पहुंचाने की कोशिश जारी है। मेरे लिए गरीबों की गरिमा और सम्मान ही सबसे अहम है।” PM मोदी ने बताया कि भारत में सबसे सस्ता इंटरनेट उपलब्ध है, जिससे प्रवासी भारतीय अपने परिजनों से आसानी से जुड़ सकते हैं।  उन्होंने कहा,  “अब कोई भी कम लागत पर वीडियो कॉल के जरिए अपने परिवार से बात कर सकता है। इससे दूरी कम हुई है और परिवार करीब आए हैं।” प्रधानमंत्री ने भारतीय कामगारों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उनकी मेहनत और महत्वाकांक्षा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।  

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए शनिवार को यहां कहा कि भारत में ‘‘विश्व की कौशल राजधानी” (स्किल कैपिटल) बनने का सामर्थ्य है। मोदी शहर के शेख साद अल अब्दुल्ला इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित विशेष कार्यक्रम ‘हला मोदी’ में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हर साल सैकड़ों भारतीय कुवैत आते हैं; आपने कुवैत के समाज में भारतीयता का तड़का लगाया। आपने कुवैत के ‘कैनवास (परिदृश्य)’ को भारतीय कौशल के रंगों से भर दिया है। आपने कुवैत में भारत की प्रतिभा, तकनीक और परंपरा का मसाला घोल दिया है।” कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत की यात्रा पर आए मोदी ने खाड़ी देश में देश के विभिन्न कोनों से आए भारतीयों की मौजूदगी को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे ‘‘मिनी हिंदुस्तान” कहा।

उन्होंने कहा कि भारत के स्टार्टअप, फिनटेक, स्मार्ट प्रौद्योगिकी और हरित प्रौद्योगिकी कुवैत की हर जरूरत के लिए अत्याधुनिक समाधान विकसित कर सकते हैं। मोदी ने कहा कि, ‘‘भारत कुशल प्रतिभाओं की विश्व की मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है…भारत में विश्व की कौशल राजधानी बनने की भी क्षमता है।” उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि आने वाले कई दशकों तक भारत विश्व का सबसे युवा देश बना रहेगा। कुवैत और खाड़ी क्षेत्र में भारतीय कामगारों को समर्थन देने के लिए भारत की मजबूत प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए मोदी ने ‘ई-माइग्रेट’ पोर्टल समेत सरकार द्वारा क्रियान्वित प्रौद्योगिकी-संचालित योजनाओं पर चर्चा की। कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा को उनके निमंत्रण के लिए धन्यवाद देते हुए मोदी ने कहा कि 43 वर्षों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री सदियों पुरानी मि