‘शिवराज देश के लाडले हैं, किसानों के भी…’ किसान आंदोलन के बीच राज्यसभा में सभापति धनखड़ ने की तारीफ

‘शिवराज देश के लाडले हैं, किसानों के भी…’ किसान आंदोलन के बीच राज्यसभा में सभापति धनखड़ ने की तारीफ


राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने दो दिन पहले ही किसान आंदोलन के मुद्दे पर केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथ लिया था। अब सभापति का मिजाज बदला-बदला नजर आया और उन्होंने शिवराज की तारीख की।

किसान एक बार फिर आंदोलन कर रहे हैं और दिल्ली आने की कोशिश में जुटे हैं। इस बीच, राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ की।

शंभू बॉर्डर पर जुटे किसानों का मुद्दा राज्यसभा में उठा तो सभापति ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान देश के लाड़ले हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि वे किसानों के भी लाड़ले बनेंगे। अपने नाम के अनुरूप काम करेंगे।

सभापति ने कांग्रेस के रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे खुशी होती कि जयराम रमेश किसानों के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाते और चर्चा करते।

मैं बता दूं कि मंत्री (शिवराज सिंह चौहान) आते समय और जाते समय भी मेरे साथ थे और मुझे विश्वास है कि जो व्यक्ति देश में ‘लाड़ला’ के नाम से जाना जाता था, वह किसान का भी ‘लाड़ला’ होगा। मुझे उम्मीद थी कि जयराम रमेश सवाल पूछेंगे और अच्छा लगेगा कि एक स्थगन प्रस्ताव किसान मुद्दे पर भी आएगा, लेकिन नहीं आया। – जगदीप धनखड़, राज्यसभा सभापति

राज्यसभा में शिवराज सिंह ने दिया बयान

इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के मुद्दे पर राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हमने एमएसपी पर फसलें खरीदी हैं। 101 फसलों को इस श्रेणी में रखा है। 2004 में 7 लाख 31 करोड़ की एमएसपी की खरीदी गई थी। यह आंकड़ा 2014 में बढ़कर 31 करोड़ 20 लाख हो गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

दिल्ली कूच के लिए किसानों का संघर्ष

इस बीच, हरियाणा – दिल्ली सीमा पर पंजाब के किसान जुटे हैं। किसानों को शंभू बॉर्डर से आगे बढ़ने की अनुमति नहीं मिली है। पुलिस ने पूरा रास्ता रोक दिया है। इसके बाद किसान संगठनों का कहना है कि वे पैदल की दिल्ली जाना चाहते हैं। इसकी अनुमति दी जाए।

शंभू बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं। अंबाला के कई गांवों में इंटरनेट बंद है।

वीडियो: दो दिन पहले क्या कहा था राज्यसभा के सभापति ने