मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गांव नाहरगढ़-बिल्लौद के बीच शिवना नदी की पुलिया से निकल रहा परिवार मोटरसाइकल सहित बह गया। हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई, वहीं एक बालिका को चौकीदार ने बचा लिया।
इन्हें बचाने की कोशिश कर रहा नाहरगढ़ का युवक लापता है। रात तक एसडीआरएफ की टीम लापता लोगों को खोज रही थी। सोमवार सुबह लगभग 11.30 बजे 37 वर्षीय डूंगरसिंह चौहान निवासी मोरखेड़ा तहसील सीतामऊ पत्नी 35 वर्षीय संगीता, बेटी 12 वर्षीय यतिका और चार महीने के बेटे के साथ ससुराल रूपारेल से मोरखेड़ा आ रहा था।
बैग की वजह से अनियंत्रित हो गई बाइक
शिवना नदी की पुलिया पर पानी तो था, लेकिन ज्यादा नहीं था। पुलिया पर बाइक में पेट्रोल टंकी पर रखे बैग के कारण बाइक अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई। पूरा परिवार डूबने लगा तो बचाने के लिए चौकीदार राजेंद्रसिंह व बबलू रसूल निवासी नई आबादी नाहरगढ़ ने नदी में छलांग लगा दी।
बचाने के लिए जिसने हाथ दिया वो भी बह गया
राजेंद्रसिंह ने यतिका को बचा लिया और बाहर लेकर आ गए। संगीता डूब रही थी और उसने एक हाथ से बेटे को पकड़ रखा था। बबलू ने उसे बाहर निकालना चाहा पर संगीता ने उसका कंधा पकड़ लिया तो वह भी उनके साथ बह गया।
गोताखोरों ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद घटना स्थल से थोड़ी दूर संगीता और बेटे का शव निकाल लिया। रात तक डूंगरसिंह व बबलू का कोई पता नहीं लग पाया था। एसडीआरएफ की टीम भी रात तक वहीं लगी रही।