मध्य प्रदेश के छतरपुर थाने पर पथराव के मामले में एक आरोपी की हवेली ढहाए जाने पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के वार पर पलटवार करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। कहा कि सरकार संवैधानिक मानदंडों के अनुसार काम कर रही है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा छतरपुर जिले में ‘बुलडोजर न्याय’ पर सवाल उठाने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और सरकार संवैधानिक मानदंडों के अनुसार काम कर रही है। दरअसल, मुस्लिम समुदाय द्वारा बुलाए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान थाने पर किए गए पथराव में कथित संलिप्तता के लिए प्रशासन ने शहजाद अली का घर ध्वस्त कर दिया। भीड़ के पथराव करने से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
प्रियंका गांधी वाड्रा की पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री यादव ने पत्रकारों से कहा, “मुझे बस इतना कहना है कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। कानून का शासन है। सरकार कानून तोड़ने वालों के खिलाफ संवैधानिक प्रावधानों के तहत कार्रवाई कर रही है।” यादव ने कहा कि निर्माण कार्य उचित मंजूरी लेकर ही किया जाना चाहिए। यदि आप निर्माण गतिविधि के लिए आवश्यक मंजूरी नहीं लेते हैं और विभिन्न तरीकों से आतंक का पर्याय बन जाते हैं, तो प्रशासन भी अपना काम करने के लिए स्वतंत्र है। ऐसी स्थिति में प्रशासन वही करेगा जो जरूरी होगा।
इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ‘बुलडोजर न्याय’ पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसे बंद होना चाहिए। प्रियंका ने कहा कि अगर किसी पर अपराध का आरोप है तो उसके अपराध और सजा का फैसला सिर्फ अदालत ही कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी का घर गिरा देना, न्याय नहीं है। कहा कि जो ‘राजधर्म’ नहीं निभा सकता, वह न तो समाज और न ही देश के कल्याण के लिए काम कर सकता है। बुलडोजर न्याय पूरी तरह से अस्वीकार्य है, इसे बंद होना चाहिए।
रामगिरि महाराज ने कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के नासिक जिले के सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मध्य प्रदेश के छतरपुर में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था, जो हिंसा में बदल गया। इसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे और भीड़ ने कई वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिए थे।
एक अधिकारी ने कहा कि कोतवाली थाने के अंतर्गत आने वाले शहजाद अली के घर को ध्वस्त कर दिया गया है। बुधवार को हुई हिंसा के लिए 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसमें 46 लोगों पर नामजद मामला दर्ज किया गया है।