अमेरिका की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी Cognizant ने भारतीय टेक कंपनी इंफोसिस (Infosys Share) के खिलाफ केस दायर किया है। Cognizant ने यह केस टेक्सस फेडरल कोर्ट में दाखिल किया है। Cognizant की तरफ से इंफोसिस पर हेल्थकेयर इंश्योरेंस सॉफ्टवेयर से सम्बंधित ट्रेड सिक्रेट चुराने का आरोप लगाया है। हालांकि, इंफोसिस ने इन आरोपों को नकारा है।
इंफोसिस ने इन आरोपों पर क्या कुछ कहा है?
Cognizant की तरफ से लगाए गए आरोपों पर इंफोसिस का भी जवाब आ गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने कहा है कि उन्हें इस केस की जानकारी है। कंपनी कोर्ट में इस मामले पर अपना बचाव करेगी। बता दें, इंफोसिस के प्रवक्ता ने Cognizant की तरफ से लगाए गए आरोपों को भी नकारा है।
क्या है मामला?
Cognizant ने आरोप लगाया है कि इंफोसिस ने गैरकानूनी तरीके से उनके डाटाबेस से डाटा चुराया है। इस जानकारी की मदद से उन्होंने नया सॉफ्टवेयर डेवलपे किया है। Cognizant की शिकायत के अनुसार इंफोसिस ने Trizetto सॉफ्टवेयर डाटा का गलत प्रयोग किया है। कंपनी ने बताया कि इसके अतिरिक्त इंफोसिस ने QNXT से डाटा निकाला है। जोकि नियमों का उल्लंघन है।
कल यानी शुक्रवार को इंफोसिस के शेयर बीएसई में करीब 1 प्रतिशत की गिरावट के बाद 1862.35 रुपये के लेवल पर बंद हुए थे। बीते एक साल के दौरान इंफोसिस के शेयरों की कीमतों में 32 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली है। कंपनी का 52 वीक हाई 1903 रुपये और 52 वीक लो लेवल 1352 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 7,73,269.13 करोड़ रुपये का है।
चर्चा में थी कंपनी
आईटी कंपनी कॉग्निजेंट इस महीने खूब चर्चा में रही है। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी अपने फ्रेशर्स को काफी कम सैलरी दे रही है। जिसकी कॉग्निजेंट ने सफाई दी थी। कंपनी ने बताया था कि वह नए इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को चार से 12 लाख रुपये का वेतन देती है और सोशल मीडिया पर जिस वेतन का जिक्र किया जा रहा है, वह नॉम-इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स डिग्री धारकों के लिए है। कंपनी को नए भर्ती होने वालों के लिए 2.52 लाख रुपये वार्षिक वेतन की पेशकश करने पर सोशल मीडिया में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।