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ओलंपिक में पदक जीतना हर एक खिलाड़ी का सपना होता है और जब किसी खिलाड़ी को यह बात पता चलती है कि उसने मेडल जीत लिया है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता। वह अपने अंदाज में मेडल जीतने का जश्न मनाता है। हालांकि, माल्डोवा के जूडो प्लेयर आदिल ओस्मानोव के साथ कुछ अजीब हो गया। मेडल जीतने की खुशी मनाना उनको भारी पड़ गया।ओस्मानोव ने मेडल जीतने का जश्न तो मनाया, लेकिन ये जश्न कब दर्द में बदल गया, पता ही नहीं चला।
दरअसल, पेरिस ओलंपिक 2024 में माल्डोवा के जूडो प्लेयर आदिल ओस्मानोव (Adil Osmanov) ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। पुरुषों की 73 किलोग्राम कैटेगरी में ओस्मानोव ने इटली के मैनुअल लोम्बार्डो को हराया। जैसे ही मैच ऑफिशियल ने उनके जीतने की घोषणा की तो वह खुशी से चिल्लाए और घुटनों पर बैठ गए। उन्होंने दोनों हाथों को आगे-पीछे करके जश्न मनाया। यहां तक ठीक था, लेकिन जैसे ही उन्होंने अपने दाएं हाथ की मुट्ठी बंद करके उसको झटके से आगे किया और फिर वापस किया तो वे दर्द में नजर आए।
जीत का जश्न मनाते हुए इसी उछलकूद में आदिल ओस्मानोव का कंधा डिस्लोकेट हो गया और वह बुरी तरह से चोटिल हो गए। उन्होंने अपने बाएं हाथ से अपने दाएं हाथ के चोटिल कंधे को पकड़ा और समय रहते अन्य पदक विजेताओं के साथ पोडियम पर पहुंचे। इतना ही नहीं, मेट्रो की एक खबर में बताया गया है कि उन्होंने खुद इस बात खुलासा किया कि वास्तव में उन्हें पेरिस ओलंपिक से पहले अपने कंधे की सर्जरी कराने की सलाह दी गई थी। उन्होंने मुकाबला जीतने के बाद कहा, “हां, यह बहुत कठिन था और वार्म-अप के दौरान मुझे बुरा लगा, लेकिन मेरे साथ ऐसा पहले भी हो चुका है और तब भी जब मुझे पदक मिला। मेरे पास मुकाबले से पीछे हटने का कोई विकल्प नहीं था।”
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