इस्माइल हानियेह और ‘शैतान’ डीफ के खात्मे के बाद हमास का क्या होगा? नए चीफ के 4 दावेदार

इस्माइल हानियेह और ‘शैतान’ डीफ के खात्मे के बाद हमास का क्या होगा? नए चीफ के 4 दावेदार


Who will be New Hamas Supreme Leader: पिछले आठ महीने से चल रहे महायुद्ध में इजरायली सेना ने महज दो दिन के भीतर हमास के सुप्रीम लीडर इस्माइल हनीयेह और मिलिट्री चीफ मोहम्मद डीफ का खात्मा कर दिया है। हालांकि इजरायल का कहना है कि डीफ 13 जुलाई को हुए हमले में ही मारा गया था लेकिन, उसकी मौत की पुष्टि अब हुई है। डीफ को हमास का सबसे खूंखार शैतान कहा जाता है। उसके बारे में ऐसी कहानियां हैं कि उसे 9 जिंदगियों का वरदान था। सातवें प्रयास में इजरायल ने डीफ को भी ढेर कर दिया है। हमास के इन दोनों शीर्ष नेताओं के खात्मे के बाद फिलिस्तीनी आतंकी संगठन कौन चलाएगा? इसे लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। हानियेह और डीफ के बाद हमास के वे टॉप लीडर कौन हैं? जो उनकी जगह ले सकते हैं, चलिए जानते हैं। 

पिछले साल 7 अक्तूबर को हमास ने जब से इजरायल पर हमला कर 400 लोगों को मौत के घाट उतार दिया, बदले की आग में जल रहा इजरायल हमास के पूर्ण खात्मे के लिए लगातार ऑपरेशन कर रहा है। पहले उसने हमास के प्रमुख गढ़ गाजा शहर को श्मशान बनाया और निर्दोषों समेत हजारों को मौत के घाट उतार दिया। इस जंग में सबसे ज्यादा नुकसान हमास को ही हुआ है, लगातार हमलों से हमास को संभलने का मौका भी नहीं मिल पा रहा है और लगभग हर हमले में उसके नेता, कमांडर और आतंकी खत्म हो रहे हैं। गाजा के बाद इजरायल ने हमास के आखिरी गढ़ राफा पर नजर गढ़ा दी है। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का दावा है कि जल्द ही वो इस जंग को खत्म कर देंगे। हानियेह और डीफ के खात्मे के साथ नेतन्याहू के इन बयानों को बल भी मिलता है। 

अब सवाल यह है कि हानियेह और डीफ के खात्मे के बाद हमास का क्या होगा? सवाल यह भी है कि क्या इजरायल हमास के पूर्ण खात्मे के सपने को पूरा कर पाएगी क्योंकि ईरान, सीरिया और लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकी ऐसा नहीं होने देंगे। डीफ और हानियेह के कत्ल पर वो इजरायल के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में हमास की नई कमान किसे मिल सकती है? अभी हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन, हम एक नजर डालते हैं, हमास के उन शीर्ष नेताओं पर जो हानियेह और डीफ की जगह ले सकते हैं-

गाजा में हमास का चीफ कमांडर याह्या सिनवार

इस्माइल हानियेह के बाद याह्या सिनवार ही हमास का दूसरा शीर्ष नेता माना जाता है। सिनवार 1980 के दशक से इजरायल की टॉप आतंकी लिस्ट में शामिल रहा है। उसने 80 के दशक में फिलिस्तीनी विद्रोह के समय हमास की स्थापना की थी।  इसे कई बार इजरायली सेना गिरफ्तार भी चुकी है। इसने 20 साल इजरायल की काल कोठरियों में समय बिताया है। 2021 में कैदियों की अदला-बदली में यह भी रिहा किया गया था। 

2017 में सिनवार को गाजा का शीर्ष नेता चुना गया। इजरायली अधिकारियों ने कहा कि सिनवार 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुए आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं में एक है। उसके साथ मोहम्मद डीफ भी था। जिसे इजरायल हमले में मार चुकी है। इजरायली अधिकारियों के मुताबिक, सिनवार गाजा के नीचे किसी गुप्त सुरंग में छिपा हुआ है। 

खालिद मेशाल

वेस्ट बैंक के शहर रामल्लाह के पास जन्मा खालिद मेशाल 1996 में हमास के शीर्ष नेताओं में शामिल हुआ। दो साल बाद जॉर्डन में इजरायली एजेंटों ने उसे मारने की कोशिश की। जहर देने से वह कोमा में चला गया था लेकिन, फिर जॉर्डन और इजरायल के बीच हुए समझौते के बाद दवा मिलने के बाद खालिद को बचा लिया गया। खालिद कुवैत, जॉर्डन, कतर और सीरिया में रहकर हमास की कमान संभाल चुका है। 2017 में खालिद को हटाकर हमास समूह ने हनीयेह को संगठन की जिम्मेदारी दी थी। इसके बावजूद मेशाल अभी भी हमास के शीर्ष नेताओं में से एक है।

खलील अल-हय्या

खलील अल-हय्या दशकों से हमास के टॉप कमांडरों में शामिल है। इस समय खलील गाजा में सिनवार का डिप्टी है। 2007 में एक इजरायली हमले में ये बाल-बाल बच गया था। उस वक्त गाजा में इसके घर पर इजरायल ने हवाई हमला किया, जिसमें इसके परिवार के सभी सदस्य मारे गए थे। खलील को भी हनियेह के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है।

मूसा अबू मरज़ूक

हनियेह के उत्तराधिकारी हमास नेताओं में एक नाम मूसा अबू मरजूक का भी है। यूरोपीय विदेश परिषद के अनुसार, हमास के संस्थापकों में से एक अबू मरज़ूक ने हमास के साथ अपना सफर संयुक्त अरब अमीरात में शुरू किया। इसने यूएई में फिलिस्तीनी मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा की स्थापना में मदद की, जिससे हमास का गठन हुआ। बाद में ये संयुक्त राज्य अमेरिका चला गया, जहां इसने इस्लामी संस्थाओं की स्थापना में मदद की। ये संस्थाएं फ़िलिस्तीनी मुद्दों पर केंद्रित रहे हैं। 1996 में, जब यह हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख था तो इजरायल की इस पर टेढ़ी नजर पड़ी। इस पर इजरायल के खिलाफ साजिश रचने समेत कई संगीन जुर्म किए। आतंकवाद के आरोप में यह 22 महीने अमेरिकी जेल में भी रहा।