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अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में चुनावी रैली के दौरान रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्पति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था। गोलीकांड में वो बाल-बाल बचे। इस हमले की दुनियाभर में निंदा हुई। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी हमले की निंदा की लेकिन, ट्रंप पर हमले के बहाने भाजपा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। भाजपा आईटी सेल विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता के इस बयान पर कांग्रेस भड़क गई है। जयराम रमेश का कहना है कि अगर पीएम में जरा भी शालीनता है तो उन्हें इस आदमी को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, “तीसरी बार फेल हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हिंसा को अक्सर प्रोत्साहित किया है और इसे जायज ठहराया है। भारत कैसे भूल सकता है कि कांग्रेस के नेतृत्व में पंजाब पुलिस ने जानबूझकर प्रधानमंत्री की सुरक्षा से समझौता किया था, जब उनका काफिला एक फ्लाईओवर पर फंसा हुआ था।” मालवीय ने राहुल गांधी के पूर्व में दिए कुछ बयानों को जोड़कर तैयार किए गए एक वीडियो को भी साझा किया और कहा कि राहुल गांधी ने मोदी के खिलाफ ‘तानाशाह’ जैसी बयानबाजी की है और ट्रम्प के आलोचक डेमोक्रेट नेता और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी यही करते हैं।
मालवीय ने कहा कि ट्रम्प के आलोचकों ने तर्क दिया है कि लोकतंत्र (ट्रम्प की वजह से) खतरे में है। उन्होंने इसकी तुलना भारत के विपक्ष के मोदी के खिलाफ ‘संविधान खतरे में है’ को लेकर बनाए गए विमर्श से की। मालवीय ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र वैश्विक वाम दलों के हमले से बच गया और मोदी तीसरे कार्यकाल के लिए वापस आ गए।
उन्होंने कहा, “अमेरिका में नस्ल की तरह जाति को भारतीय समाज में दरार पैदा करने के लिए हथियार बनाया गया। विरोधियों को खलनायक की तरह पेश करना और उन्हें तानाशाह कहना भी संयोग नहीं है। वास्तव में, खतरनाक विचार वालों की टोली ने पहली बार लोकतांत्रिक रूप से चुने गए विश्व के शक्तिशाली नेताओं का वर्णन करने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया, जिन्हें वह राजनीतिक रूप से नियंत्रित करने में विफल रहे ।” उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी ने भारत के चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप की मांग की, लेकिन वह इसमें भी विफल रहे।
कांग्रेस भड़की
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाए जाने के बाद सोमवार कोपलटवार किया और कहा कि नेताओं की सुरक्षा के मुद्दे पर घटिया राजनीति नहीं होनी चाहिए। जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा, “इस आदमी का यह कितना घिनौना, घृणित और शर्मनाक बयान है। अगर प्रधानमंत्री में थोड़ी भी शालीनता है तो उन्हें इस आदमी को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।”
वहीं, कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और पूरी भाजपा लोगों को पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और पूरे गांधी परिवार के खिलाफ झूठ फैलाकर कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व के विरुद्ध भड़का रहे हैं। खेड़ा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “नेताओं की सुरक्षा के मुद्दे पर घटिया राजनीति नहीं की जानी चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी को दक्षिणपंथी आतंकवादियों के हाथों खो दिया। हमने आतंकवादियों के हाथों दो प्रधानमंत्रियों को खो दिया। भाजपा सरकार में हमने अपना संपूर्ण छत्तीसगढ़ नेतृत्व नक्सलवादियों के हाथों खो दिया।” उन्होंने दावा किया, “प्रधानमंत्री मोदी और पूरी भाजपा लोगों को नेहरू जी, इंदिरा जी और पूरे गांधी परिवार के खिलाफ झूठ फैलाकर कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ भड़का रहे हैं। उन्होंने रहस्यमय तरीके से उनकी एसपीजी सुरक्षा भी वापस ले ली।”