हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों की घोषणा हो चुकी है। अब सभी दलों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है। उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक कल 25 अगस्त को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में होगी।
इससे पहले शुक्रवार को भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन को अपवित्र बताते हुए कांग्रेस से पूछा कि क्या वह अपने सहयोगी के ‘भारत को तोड़ने’ के एजेंडे का समर्थन करती है। इससे एक दिन पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू- कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन की घोषणा की। जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद वहां सितंबर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने हैं।
भाजपा की नेता स्मृति ईरानी ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “सत्ता पाने के लिए एक अपवित्र गठबंधन बना है। कांग्रेस पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने एक साथ आकर गठबंधन की घोषणा की है, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।” उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की है कि सत्ता में आने पर वह अनुच्छेद 370 और 35 ए को बहाल करेगी। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या वह अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली पार्टी के भारत को तोड़ने के एजेंडे का समर्थन करती है।
ईरानी ने पूछा, “नेशनल कॉन्फ्रेंस एक अलग झंडे की बात करती है। क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू- कश्मीर के लिए अलग झंडे के नेशनल कॉन्फ्रेंस के वादे का समर्थन करती है।” ईरानी ने कहा, “नेकां नियंत्रण रेखा के पार व्यापार के बारे में बात करती है, जबकि पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकवादियों से जुड़े पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करना जारी रखे हुए है। क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने के पाकिस्तानी एजेंडे का समर्थन करती है।”