मार्च का महीना शुरू होते ही होली की तैयारियां जोरों पर होती हैं। इस त्योहार पर रंगों के साथ-साथ स्वादिष्ट मिठाइयों का भी खास महत्व होता है। अधिकतर मिठाइयों में मावे का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन आजकल बाजार में नकली मावा भी धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। नकली मावा स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है और मिठाइयों के स्वाद को भी बिगाड़ सकता है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि असली और नकली मावे में फर्क कैसे किया जाए। आइए जानते हैं कुछ आसान तरीके जिनसे आप मावे की शुद्धता जांच सकते हैं।
ऐसे करें असली और नकली मावे की पहचान
होली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है, जिसमें स्वादिष्ट मिठाइयां और पकवान बनाने का विशेष महत्व होता है। इन पकवानों में मावे का खूब इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन नकली मावा आपकी सेहत बिगाड़ सकता है। बाजार में नकली मावा बड़ी मात्रा में बेचा जाता है, जिसमें सिंथेटिक दूध, स्टार्च और अन्य हानिकारक पदार्थ मिलाए जाते हैं। इसे खाने से पाचन तंत्र खराब हो सकता है और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आप भी बाजार से मावा खरीदने जा रहे हैं, तो पहले उसकी गुणवत्ता की जांच जरूर करें। असली और नकली मावा की पहचान करने के कुछ आसान तरीके निम्नलिखित हैं…
मावे के रंग से पहचानें
असली मावा हल्के क्रीम या मटमैले रंग का होता है, जबकि नकली मावा अधिक सफेद या गहरा पीला दिखाई देता है। यदि मावा बहुत ज्यादा चमकीला है, तो संभव है कि उसमें मिलावट हो।
उंगलियों से मसलकर करें जांच
जब आप मावे को उंगलियों से मसलते हैं, तो असली मावा नरम और चिकना लगेगा, जबकि नकली मावा रबड़ जैसा या अधिक सख्त महसूस होगा। यदि मावा दबाने पर टूट जाता है और चिकनाहट नहीं छोड़ता, तो वह मिलावटी हो सकता है।
आयोडीन टेस्ट करें
मावे की शुद्धता की जांच करने के लिए एक आसान तरीका आयोडीन ड्रॉप्स टेस्ट है। मावे का एक छोटा टुकड़ा लें और उस पर कुछ बूंदें आयोडीन की डालें। यदि मावा नकली है और उसमें स्टार्च मिला हुआ है, तो वह नीला पड़ जाएगा। असली मावे के रंग में कोई बदलाव नहीं आएगा।
गर्म करके परखें
मावे को हल्की आंच पर गर्म करें। असली मावा धीरे-धीरे पिघलेगा और घी छोड़ने लगेगा, जबकि नकली मावा जलने लगेगा और उसमें से दुर्गंध आने लगेगी।
पानी में घोलकर देखें
मावे को पानी में डालकर घोलें। यदि वह तुरंत पूरी तरह घुल जाता है, तो उसमें मिलावट हो सकती है। असली मावा पूरी तरह नहीं घुलेगा और थोड़ा भारी महसूस होगा।
खुशबू से पहचानें
असली मावे में हल्की मीठी और ताजी दूध जैसी सुगंध होती है, जबकि नकली मावे से केमिकल जैसी दुर्गंध आ सकती है।
स्वाद से करें जांच
यदि मावा स्वाद में हल्का मीठा और क्रीमी लगे, तो वह असली हो सकता है। नकली मावा थोड़ा कड़वा या अजीब स्वाद वाला हो सकता है।
क्यों जरूरी है असली मावा खरीदना?
नकली मावा खाने से फूड पॉइजनिंग, पेट दर्द, अपच और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, मावा खरीदते समय उसकी गुणवत्ता जांचना बेहद जरूरी है।
कैसे खरीदें असली मावा?
- हमेशा विश्वसनीय और नामी दुकानों से ही मावा खरीदें।
- खुला मावा खरीदने से बचें, पैक किया हुआ और प्रमाणित उत्पाद लें।
- घर पर मावा बनाने की कोशिश करें, ताकि शुद्धता बनी रहे।
- दुकानदार से उसकी गुणवत्ता की गारंटी मांगें और टेस्ट करके ही खरीदें।