ज्यादा कमीशन के प्रलोभन में आकर वह आठ अलग-अलग बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से लोन लिया। उन्होंने 380 महिलाओं को अपने चैनल में जोड़ा। लेकिन कंपनी ने समय पर किश्त देना बंद कर दिया जिससे निवेशकों और बैंक का दबाब बढ़ने लगा। नीरा साहू के पति संतोष साहू ने कहा कि कंपनी के झूठे वादों ने उनकी आर्थिक स्थिति बर्बाद कर दी है। जिसके कारण उसे यह कदम उठाना पड़ा।
फ़्लोरा मैक्स कंपनी द्वारा किए गए झूठे वादे और निवेशकों के बढ़ते दबाव के कारण महिला एजेंट के पति संतोष साहू ने जहर सेवन कर लिया। उसे उपचार के लिए बीडीएम अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां उसका उपचार जारी है। नायब तहसीलदार प्रशांत गुप्ता द्वारा पीड़ित का बयान लिया गया। पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है।
फ़्लोरा मैक्स कंपनी की महिला एजेंट नीरा साहू ने बताया कि वह दो साल पहले फ्लोरा मैक्स कंपनी में जुड़ी थी। कंपनी के संचालक अखिलेश सिंह ने कमीशन व अन्य लाभों का लालच देकर उन्हें नेटवर्क में शामिल किया। नीरा ने 30 हजार रुपये शुरुवाती में जमा किया।
लोहे का एंगल बच्ची पर गिरा पांव में फंसा घुंघरू , आपरेशन कर निकाला गया
नईदुनिया न्यूज, कोटमी सोनार: ग्राम पंचायत पड़रिया में नानी के घर रहने आई नातिन के पैर में लोहे का एंगल गिरा । लोहे के एंगल के गिरने से पैर में पहने पायल का घुंघरू पांवों में फंस गया जिसे बिलासपुर के सिटी स्पेशालिटी हास्पिटल में आपरेशन कर निकाला गया । पड़रिया के अमृत पटेल और अश्विनी बाई पटेल की बेटी दूर्गा पटेल बिलासपुर में रहतीं हैं और उसकी एक चार साल की बच्ची संध्या है। कुछ दिन पूर्व संध्या अपने नाना नानी के पास रहने पड़रिया आयी थी । नाना अमृत पटेल के सामने महिला बीडीसी क्रमांक छह दूर्गा पटेल का घर है ।
आयोध्या पटेल घर ढलाई के लिए सेटरिंग सामान किराए में चलाते हैं जिसके बड़े-बड़ेलोहे के एंगल अपने घर के बाहर ओसारे में रखे थे । वार्ड नं 13 की गलियां संकरी है और इस मोहल्ले के छोटे-छोटे बच्चे यहां खेलते हैं इसलिए अमृत पटेल ने आयोध्या पटेल को सावधान किया कि हो सकता है बच्चे खेलते हुए उनके आंगन में जाकर लोहे के एंगल से जा टकराए इसलिए इसे भीतर रखवा दो परंतु आयोध्या पटेल ने संध्या के नाना अमृत पटेल की बात को अनसूना कर दिया । नातिन संध्या सब बच्चों के साथ खेल रही थी और खेलते खेलते लोहे के एंगल को जाकर छुआ ।
बच्चों के जाकर छुने से सब एंगल गिर गया। तब सारे बच्चे भाग गए लेकिन संध्या का पैर लोहे के एंगल में फंस गया और जब घर वालों ने बच्चों के चीखने की आवाज सुनाई दी तो उन्होंने जाकर देखा और संध्या बेहोश पड़ी है और पैरों से खून निकल रहा है । लोहे का एंगल पैर में गिरने से पैर लहूलुहान हो गया तब नाना अमृत पटेल ने बच्ची को लेकर अकलतरा के डा. रामायण सिंह के पास पहुंचे तब रामायण सिंह ने देखा कि बच्ची संध्या का पायल पैर में फंसा है तब डा. रामायण सिंह ने पायल को आपरेशन कर बाहर निकाला और संध्या के पैर में चार टांके लगाए।
इसके बाद फिर एक्सरे में पता चला कि अब भी एक घुंघरू पैर में मांस के बीच फंसा हुआ है तो डाक्टर ने उन्हें बिलासपुर ले जाने की सलाह दी तब बच्ची संध्या के माता-पिता और नाना नानी ने उसे बिलासपुर निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका आपरेशन कर पैर में फंसे घुंघरू को बाहर निकाल लिया गया है और बच्ची की हालत स्थिर है।
फिलहाल मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच चल रही है लेकिन यह निश्चित है कि यह घटना लापरवाही के कारण हुई है जिसके कारण बच्ची के पैर की यह दशा हुई है। संध्या के पैरों की हालत फिलहाल प्लास्टर निकालने पर पता चलेगा । बच्ची की मां ने अपना गुस्सा इंटरनेट मीडिया में निकाला है और आरोपित को सजा दिलाने की बात कही है । घटना कि शिकायत दर्ज हुई है । पुलिस जांच में जुटी हुई है जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।