पहली बार निजी खर्च पर अंतरिक्ष की सैर पर जा रहे चार लोग, 50 साल में कोई नहीं गया धरती से इतना दूर

पहली बार निजी खर्च पर अंतरिक्ष की सैर पर जा रहे चार लोग, 50 साल में कोई नहीं गया धरती से इतना दूर


एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी एक और इतिहास बनाने जा रही है। 27 अगस्त को स्पेसएक्स निजी खर्च पर चार अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस की सैर पर भेज रही है। अब तक रूस या फिर अमेरिका की सरकारी एजेंसी ही लोगों को अंतरिक्ष में भेजा करती थीं। वहीं पहली बार है जब अपने खर्च पर चार अंतरिक्षयात्री स्पेस में सैर करेंगे। इस मिशन का नाम स्पेसएक्स पोलारिस डॉन मिशन दिया गया है। जानकारी के मुताबिक इस मिशन के तहत लोगों को अंतरिक्ष में इतनी दूर भेजा जाएगा जहां पिछले 50 साल में कोई नहीं पहुंचा है।

इस मिशन के कमांडर जेयर्ड आइजकमैन हैं। वह पहले ऐसे व्यक्ति होंगे जो कि निजी खर्च पर स्पेसवॉक का आनंद लेंगे। जेयर्ड आइजकमैन 2021 में भी तीन दिन की अंतरिक्ष की सैर पर जा चुके हैं। उस समय उन्होंने 200 मिलियन डॉलर खर्च किए थे। इस बार उन्होंने पांच दिन की सैर के खर्च का खुलासा नहीं किया है। हालांकि इतना जरूर है कि यह खर्च पहले से ज्यादा ही होगा। जेयर्ड आइजकमैन के साथ इस बार पोटीट किड, इंजीनियर अन्ना मेनन और सारा गिलिस जा रहे हैं।

पोलारिस डॉन मिशन को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाना है। इसे फालकॉन 9 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा. इसके लिए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमला किया जाएगा। यह एयरक्राफ्ट इंटरनेशल स्पेस स्टेशन पर भी जा चुका है और अंतरिक्षयात्रियों की सफल वापसी भी करवा चुका है। स्पेसक्राफ्ट से अलग होकर फालकॉन 9 अटलांटिक महासागर में शॉर्टफॉल ऑफ ग्रेविटास ड्रोनशिप पर उतर जाएगा।

बता दें कि अरबपति कारोबारी जेयर्ड आइजकमैन एक आंत्रप्रेन्योर और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट रह चुके हैं। माना जा रहा है कि यह मिशन काफी रिस्की है। यह एक तरह का पहला प्रयोग है। इस मिशन में शामिल चार क्रू में से केवल दो ही ड्रैगन कैप्सूल से निकलकर स्पेसवॉक करेंगे। इस मिशन में नए स्पेसशूट की टेस्टिंग भी की जानी है। जेयर्ड आइजकमैन के अलावा सारा गिलिस स्पेसवॉक करेंगी।

आइजकमैन ने इस मिशन को फंड किया है और वह 2021 में पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले सिविल इंस्पिरेसन मिशन के भी लीडर थे। स्पेसएक्स के साथ मिलकर वह इस मिशन को अंजाम दे रहे हैं। यह मिशन अलग इसलिए भी है क्योंकि अंतरिक्ष में पूरे कैप्सूल को डिप्रेशराइज कर दिया जाएगा और चारों अंतरिक्षयात्री स्पेससूट के भरोसे रहेंगे। इस तरह सूट की जांच होगी।