चीन ने पाक को किया कर्जा देने से मना, पाकिस्तान की हालत हुई खराब; चीनियों को मनाने का दौर जारी

चीन ने पाक को किया कर्जा देने से मना, पाकिस्तान की हालत हुई खराब; चीनियों को मनाने का दौर जारी


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अपनी आर्थिक हालत सुधारने की जुगत में लगे पाकिस्तान के लिए चीन की हरकत ने चिंता को बढ़ाने वाला काम किया है। पाकिस्तान आईएमएफ से लिए कर्जे के कारण अपने देश में एक निश्चित सीमा की एफडीआई लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे संरचनात्मक सुधारों के साथ-साथ पॉवर सेक्टर के विकास के लिए जो चीन से कर्जा लिया है उसमें भी राहत मिल सके। चीन से इस मामले पर बातचीत करने के लिए पाकिस्तान लगातार अपने दल को भेजने की कोशिश कर रहा था लेकिन चीन की तरफ से इस मामले पर कोई हरी झंडी नहीं मिल रही थी।

पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के एक बयान के अनुसार, पाकिस्तान के वित्तमंत्री मुहम्मद औरंगजेब शुक्रवार को चीन के केंद्रीय बैंक के गवर्नर पैन गोंगशेंग से मुलाकात की और आर्थिक रूप से सहयोग की बात करने के लिए आए हुए हैं। वित्तमंत्री की सबसे बड़ी चिंता यही है कि अगर चीजें उनके हित में न हुई तो इससे उनके देश में आने वाले विदेशी निवेश पर भारी असर पड़ सकता है।

कर्जा नहीं चुका पा रहा है पाकिस्तान

पाकिस्तान-चीन आर्थिक हालोतों पर करीब से नजर रखने वाले एक बैंकर का मानना है कि बिजली सेक्टर में किए गए अपने पैसे को चीन फिर से रोल ओवर नहीं करना चाहता है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि चीन पाकिस्तान की इस मांग को सिरे से खारिज कर देगा राहत तो मिल सकती है लेकिन यह पाकिस्तान की मर्जी और मन के मुताबिक होने की संभावना कम है। चीन इस मामले में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चीन इस यात्रा को और देरी से करवाना चाहता था।

2018 के लोन को अभी तक रोलओवर करवा रहा है पाकिस्तान

चीन वर्षों से पाकिस्तान का सबसे बड़ा विदेशी निवेशक रहा है। चीन ने हांगकांग के जरिए भी पाकिस्तान में काफी निवेश किया है। चीनी निवेश में पहले कि तुलना में कमी आई है लेकिन तब भी वह 2024 के आर्थिक साल में सबसे पाकिस्तान का सबसे बड़ा निवेशक है। 2018 में चीन के पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए  पाकिस्तान को 2 बिलियन डॉलर का लोन दिया था यह लोन 2018 से लेकर अभी तक लगातार रोल ओवर किया जा रहा है।